आयुक्त सभागार में पर्यटन विकास से संबंधित संचालित परियोजनाओं की मण्डलीय बैठक
गोरखपुरः मण्डलायुक्त जयन्त नार्लिकर ने कहा है कि पर्यटन विकास शासन की प्राथमिकता है अतः संचालित परियोजनाओं को गुणवत्तायुक्त एवं समयबद्ध ढंग से पूर्ण किये जायें। पूर्ण कार्यों का सत्यापन अवश्य कराया जाये तथा 10 करोड़ से ऊपर की परियोजनाओं के कार्यों का आडिट थर्ड पार्टी से करायी जाये।
उक्त निर्देश मण्डलायुक्त ने आयुक्त सभागार में आयोजित पर्यटन विकास से संबंधित संचालित परियोजनाओं की मण्डलीय बैठक करते हुए दिये। इस अवसर पर उन्होंने परियोजनावार विस्तृत समीक्षा करते हुए कहा कि जो कार्य प्रारम्भ हो गये है उसे रोका न जाये, काम जारी रखें और यदि बजट अनुपलब्ध हो तो उसकी डिमाण्ड किया जाये। निर्माण कार्यों में यदि कही कोई कठिनाई जैसे भूमि विवाद, बजट की अनुपलब्धता आदि हो तो अवगत करायें ताकि उसका निराकरण कराया जा सके। बताया गया कि मण्डल में पर्यटन विकास की कुल 37 परियोजनाएं संचालित है जिसमें गोरखपुर की लगभग 25 परियोजना है।
मण्डलायुक्त ने निर्देश दिये कि कार्यदायी संस्था कार्य पूर्ण होने का प्रमाण पत्र जब प्रस्तुत करें तो यह भी सुनिश्चित करें कि संस्था/संगठन का भी काउंटर हस्ताक्षर अवश्य हो। उन्होंने यह भी कहा कि अवमुक्त धनराशि के सापेक्ष व्यय का उपयोगिता प्रमाण पत्र समय से प्रस्तुत कर दिया जाये ताकि अग्रिम धनराशि डिमाण्ड की जा सके। उन्होंने कहा कि कार्यों का फोटोग्राफी एवं वीडियोग्राफी अवश्य करायी जाये। मण्डलायुक्त ने कार्यदायी संस्थाओं को निर्देश दिये कि निर्माण कार्य समयबद्ध ढंग से पूर्ण हो ताकि रिवाइज स्टीमेट की स्थिति न आने पाये, कार्यों में तेजी लाई जाये।
बैठक में संयुक्त विकास आयुक्त उग्रसेन पाण्डेय, क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी रवीन्द्र कुमार सहित कार्यदायी संस्थाओं के अधिकारी उपस्थित रहे।