गोरखपुर : रेलवे अस्पताल में अब तक 51 कोरोना चैंपियंस तैयार करने वाले 17 कोरोना वारियर्स को सोमवार को विदा किया गया। यह लोग शहर के जिस निजी होटल में क्वांरटीन रखे जाते थें, वहीं पहुंच कर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. श्रीकांत तिवारी ने विदाई की। कोरोना वारियर्स ने स्वास्थ्य विभाग को सहयोग के लिए धन्यवाद दिया और लोगों से अपील की वह कोरोना से न डरें, बल्कि पूरी सावधानी बरतें।
मुख्य चिकित्साधिकारी ने कहा कि एसीएमओ आरसीएच डॉ. नंद कुमार की देखरेख में रेलवे अस्पताल से समन्वय स्थापित कर इन कोरोना वारियर्स का सहयोग लिया जा रहा था। इन्होंने पूरी तन्मयता व समर्पण के साथ सेवाएं दीं। इन्होंने न केवल इलाज किया, बल्कि मरीजों का मनोबल भी बढ़ाया।
कोरोना वारियर्स में शामिल चिकित्सक डॉ. मोहिनी दूबे ने बताया कि जो भी मरीज वार्ड में आते थे, वह डरे हुए रहते थे। इलाज के साथ-साथ उनको मनोवैज्ञानिक तौर पर मजबूत करना पड़ता था। इस बीच परिवार से दूरी तो थी, लेकिन इस कार्य में संतोष भी मिल रहा था।
कोरोना वारियर्स डॉ. अखिल, डॉ संदीप कुमार, श्वेता भारती, नागेंद्र कुमार, अल्का यादव, चेतराम मीना, नम्रता सचान, परमानंद मीना, संजोती, सलमा, शकुंतला देवी, परशुराम, योगेंद्र, हसीम और अशोक ने बताया कि 23 मई के बाद से वह घर नहीं गए। अस्पताल में ड्यूटी के पश्चात वह होटल में ही क्वारंटीन रहते थे। एक तरफ परिवार का मनोबल बढ़ाना रहता था, वहीं दूसरी तरफ मरीजों का भी मनोबल बढ़ाए रखना पड़ता था। कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद परिवार के लोग संतुष्ट हैं। उन्होंने बताया कि सबसे अच्छा यह लगता था कि जब तक वह लोग ड्यूटी करते रहे एसीएमओ आरसीएच डॉ. नंद कुमार एवं जिला क्वालिटी कंसल्टेंट डॉ. मुस्तफा खान लगातार सम्पर्क में रहे और मनोबल भी बढ़ाते रहे। विदाई समारोह में विजय और संदीप राय प्रमुख तौर पर मौजूद रहे।