गोरखपुर : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट अतिआधुनिक प्रेक्षागृह व मुक्ताकाशी मंच का सदर सांसद रवि किशन ने किया निरीक्षण। विगत कई वर्षो से गोरखपुर में एक अदद प्रेक्षागृह के लिए लगातार लड़ रहे रंग कर्मियों के चेहरे पर उस वक्त खुशियां छाई जब गोरखपुर शहर के सांसद व फ़िल्म अभिनेता मेगा स्टार रवि किशन ने तारामंडल स्थित निकट एनेक्सी भवन गोरखपुर में बन रहे अति आधुनिक प्रेक्षागृह के हो रहे निर्माण कार्यों का निरीक्षण करने के लिए पहुंचे और बारीकी से निर्माण के हर पहलुओं को समझा, साथ ही साथ मुक्ताकाशी मंच का भी उन्होंने निरीक्षण किया। निरीक्षण करने के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए सदर सांसद रवि किशन ने गोरखपुर शहर में बन रहे दोनो प्रेक्षागृह जो कि क्रमशः 1076 और दूसरा मिनी प्रेक्षागृह 250 सीटों वाले को देख कर उचित दिशा निर्देश देते हुए व कलाकारों व दर्शको के सुविधानुसार निर्माण को जल्द से जल्द पूरा कराने का उचित निर्देश दिया और साथ ही मुक्ताकाशी मंच पर पहुंचकर वहां पर अधिकारियों को फटकार भी लगाई। मौके पर निरीक्षण के दौरान वहां पर पेड़ पौधों को मुरझाया हुआ देखकर और शौचालय की गंदगी देखकर मौजूदा अधिकारियों को फटकारा और जल्द से जल्द सुधार करने का निर्देश दिया। आपको बताते चलें कि ये दोनों प्रेक्षागृह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के महत्वपूर्ण परियोजनाओ में से एक है, सदर सांसद ने कहा महाराज जी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश के साथ-साथ गोरखपुर भी विकास की ओर अग्रसर है शहर के सभी रंगकर्मियों ने उन्हें अपनी समस्याओं से अवगत कराया, सदर सांसद रवि किशन एक एक बात को ध्यान से सुनते रहे और अधिकारियों को मौके पर ही सभी चीजों को लिखित रूप से देने की बात कही और जल्द से जल्द निस्तारण करने का आश्वासन भी दिया। इस मौके पर गोरखपुर थियेटर एसोसिएशन के पदाधिकारी रविन्द्र रंगधर, श्री नारायण, मानवेन्द्र त्रिपाठी, अजित प्रताप सिंह, रीना जायसवाल व भारतेंदु नाट्य अकादमी के अध्यक्ष रवि शंकर खरे, पार्षद रणंजय सिंह जुगनू सांसद प्रतिनिधि समरेंद्र विक्रम सिंह, पवन दुबे, पीआरओ सांसद गोरखपुर उपस्थित रहे। रंग कर्मियों से जब स्वयं सदर सांसद ने समस्याओं के बारे में पूछा तो रंगकर्मियों ने बताया कि मुक्ताकाशी मंच पर लाइट एन्ड साउंड की व्यवस्था उच्चस्तरीय हो व दर्शकों के बैठने वाली जगह पर कोई ऐसी व्यवस्था की जाए जहां पर दर्शक आराम से बैठ कर कार्यक्रम का आनंद ले सके, जिससे की दर्शकों को कोई असुविधा न हो।