गोरखपुर: बीआरडी मेडिकल कालेज में एनेस्थेसिया विभाग के एक और डॉक्टर कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। पिछले तीन दिन में बीआरडी के डॉक्टरों में कोरोना संक्रमण पाए जाने का यह तीसरा मामला है। इनमें दो एनेस्थिसिया और एक गायनी विभाग से हैं। इसके साथ ही गोरखपुर के उनवल क्षेत्र के रहने वाले तीन बुजुर्गों की रिपोर्ट भी सोमवार को कोरोना पॉजिटिव की आई है। सोमवार को कुल 11 कोरोना मरीज की रिपोर्ट पाजिटिव आने से खलबली मच गई, इसके साथ ही गोरखपुर में अब तक मिले कोरोना मरीजों की कुल तादाद 146 हो गई है।
बीआरडी मेडिकल कालेज में कोरोना संक्रमण के मामलों के बढ़ने से डॉक्टरों, नर्सों और पैरामेडिकल स्टॉफ को लेकर चिंता गहराती जा रही है। शुक्रवार को एनेस्थिसिया विभाग के जो जूनियर डॉक्टर कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे उनकी तो कोरोना वार्ड में ड्यूटी भी नहीं लगी थी। इसके बाद भी कोरोना पॉजिटिव आना साबित करता है कि डॉक्टर किसी संक्रमित के संपर्क में आया है। उस सोर्स की तलाश शुरू हो गई है। बीआरडी प्रशासन को डर है कि सोर्स न मिलने पर संक्रमण फैलने का खतरा हो सकता है। अगर ऐसा हुआ तो कैंपस में रहने वाले परिवारों की मुसीबतें बढ़ सकती हैं।
मालूम हो कि अब जनपद में कोरोना मरीजों की संख्या 146 हो गयी है, अब तक 8 की मौत हो गयी है। 51 ठीक हो चुके हैं जबकि 87 का इलाज चल रहा है जिसमे बीआरडी में 31, रेलवे अस्पताल में 55 व पीजीआई में 1 का इलाज चल रहा है।
बीआरडी मेडिकल कॉलेज के एनेस्थिसिया में कार्यरत जूनियर डॉक्टर शनिवार को कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। शुक्रवार को लक्षण दिखने पर उसके नमूने लिए गए थे। पॉजिटिव आने के बाद डॉक्टर को कोरोना वार्ड में भर्ती करा दिया गया है। कॉलेज प्रशासन को यह समझ नहीं आ रहा है कि डॉक्टर कोरोना का शिकार कैसे हुआ। बीआरडी के डॉक्टर ने बताया कि एनेस्थिसिया के विशेषज्ञों की ड्यूटी ऑपरेशन करने और आईसीयू में लगती है। ऐसे में संभावना है कि किसी संक्रमित का ऑपरेशन हो गया हो। या फिर कोई संक्रमित आईसीयू में भर्ती हो। उसके संपर्क में आने से डॉक्टर भी संक्रमित हो गया हो।