गोरखपुर। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के संस्कृत एवं प्राकृत भाषा विभाग की ओर से संस्कृत सप्ताहोत्सव का उद्घाटन बृहस्पतिवार को किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रो. हरेराम त्रिपाठी, कुलपति संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय वाराणसी ने संस्कृत विषय को भारतीय ज्ञान परंपरा का आकार मानते हुए उसके वैशिष्ट्य को उपस्थापित किया। शिक्षा नीति में संस्कृत के महत्व को भी प्रो. त्रिपाठी ने प्रतिपादित किया। संस्कृत विभागाध्यक्ष प्रो मुरली मनोहर पाठक ने स्वागत भाषण में संस्कृत भाषा के संरक्षण के उपायों की चर्चा की तथा माननीय प्रधानमंत्री के संस्कृत संवर्धन संदेश को पढ़ा। इसके पूर्व सरस्वती वंदना डॉ स्मिता द्विवेदी, कुलगीत डॉ. पूजा मिश्रा ने प्रस्तुत किया। संचालन डॉ सूर्यकांत त्रिपाठी तथा धन्यवाद ज्ञापन डॉ रंजन लता ने किया। कार्यक्रम में विभागीय शिक्षक डॉ लक्ष्मी मिश्रा, डॉ देवेंद्र पाल, डॉ कुलदीप शुक्ला, डॉ धर्मेंद्र कुमार सिंह तथा विभागीय छात्र-छात्राओं की उपस्थिति रही।
