गोरखपुर विश्वविद्यालयः इंस्टीट्यूट ऑफ एग्रीकल्चर एंड नेचुरल साइंस में विकसित हो रही पंडित दीनदयाल उपाध्याय नर्सरी

गोरखपुर विश्वविद्यालय

गोरखपुर। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राजेश सिंह ने नैक मूल्यांकन के दृष्टिगत शुक्रवार को इंस्टीट्यूट ऑफ एग्रीकल्चर एंड नेचुरल साइंस में निर्माणधीन उच्चस्तरीय लैब, वर्चुअल क्लास रूम, आईसीटी लैब, कांफ्रेंस रूम का निरीक्षण किया। इस दौरान दीक्षा भवन स्थित इंस्टीट्यूट ऑफ एग्रीकल्चर के उत्तरी प्रवेश द्वार के पास पंडित दीनदयाल उपाध्याय नर्सरी और ग्रीन हाउस को विकसित करने का निर्देश दिया। सर्वप्रथम सुबह 10 बजे कुलपति एग्रीकल्चर इंस्टीट्यूट पहुंचे और द्वितीय तल पर निर्माणाधीन प्लांट बॉयोटेक, बेसिक जेनेटिक्स एंड प्लांट ब्रीडिंग, प्लांट पैथोलॉजी, सेंटर ऑफ बॉयोइंफामेर्टिक्स लैब का एक-एक कर निरीक्षण किया। इस दौरान विभागाध्यक्षों के साथ लैब को अंतिम रूप देने से पूर्व उसे और बेहतर बनाने पर सुझाव मांगे और उसे शामिल किया। तत्पश्चात, तृतीय तल पर प्लांट एग्रोनॉमी, हार्टिकल्चर, सॉयल केमिस्ट्री और होटल मैनेजमेंट के फूड एंड बीवरेज लैब का अवलोकन किया। साथ ही कार्यदायी संस्था को जल्द से जल्द पूरा कराने का निर्देश दिया। आखिर में प्रथम तल पर निर्माणाधीन ऑडियो वीडियो लैब, मीडिया सेंटर की भी कार्य प्रगति को देखा और आवश्यक दिशा निर्देश दिया। कुलपति ने कहा कि नैक मूल्यांकन के विशेषज्ञों के विश्वविद्यालय भ्रमण से पूर्व कार्य को पूर्ण किया जाना है। कार्यदायी संस्था जल्द से जल्द कार्य को पूरा करा लें। वर्चुअल क्लास रूम, आईसीटी लैब को उच्च स्तरीय क्षमता का बनाया जाए, ताकि ज्यादा से ज्यादा विद्यार्थी इससे लाभान्वित हों।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *