गोरखपुर। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के विधि संकाय के नए भवन का शिलान्यास 28 अगस्त को इलाहाबाद उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायधीश जस्टिस राजेश बिंदल के द्वारा किया जाएगा। इस मौके पर एडमिनिस्ट्रेटिव जज गोरखपुर जस्टिस सिद्धार्थ वर्मा भी मौजूद रहेंगे। तत्पश्चात, विश्वविद्यालय और ज्यूडिशियल ट्रेनिंग एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट (जेटीआरआई) की ओर से एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया जाएगा। इसके अंतर्गत जिला न्यायालय के न्यायधीशों को लैंगिक न्याय, विकलांगता के पीड़ितों, यौन उत्पीड़न के सरवाइवर्स के प्रति संवेदनशील बनाया जाएगा। सेमिनार के आयोजन की सफलता को लेकर कुलपति प्रो. राजेश सिंह ने आयोजन समिति के समन्वयकों के साथ प्रशासनिक भवन स्थित कमेटी हाल में शुक्रवार को बैठक की। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम में गोरखपुर, बस्ती, देवरिया, संतकबीरनगर, सिद्धार्थनगर, कुशीनगर और महाराजगंज के तकरीबन 200 से अधिक उच्च न्यायिक सेवा, सिविल जज (जूनियर डिवीजन) और सिविल जज सीनियर डिवीजन शामिल होंगे। सुबह 10-11ः30 बजे तक दीक्षा भवन में उद्घाटन समारोह का आयोजन किया जाएगा। इसके बाद पूरे दिन चार से पांच तकनीकी सत्रों का आयोजन होगा।
कार्यक्रम के की-रिर्सोस पर्सन की भूमिका विधि संकायाध्यक्ष प्रो. अहमद नसीम, मनोविज्ञान विभागाध्यक्ष प्रो. अनुभूति दुबे, सेडिका के सेवानिवृत्त डॉ. ओएन तिवारी द्वारा निभाई जाएगी। बैठक के दौरान कुलपति ने समन्वय समिति के लेकर मंच सज्जा, सरस्वती वंदना-कुलगीत गायन समिति, जलपान समिति, आसन, आवास एवं परिवहन, प्रचार एवं छायांकन सहित 15 समितियों संयोजकों और सदस्यों के साथ कार्यक्रम की रूपरेखा पर विस्तृत चर्चा की और आवश्यक निर्देश दिया। बैठक में समस्त संकायाध्यक्ष, कुलसचिव, परीक्षा नियंत्रक और वित्त अधिकारी मौजूद रहे।