गोरखपुर। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के विधि संकाय और ज्यूडिशियल ट्रेनिंग एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट (जेेटीआरआई) की ओर से रविवार को आयोजित एक दिवसीय सेमिनार में सात जिलों से 200 से अधिक उच्च न्यायिक सेवा अधिकारी, सिविल जज (जूनियर डिवीजन) और सिविल जज सीनियर डिवीजन शामिल होंगे। चार सत्रों में विभिन्न बिंदुुओं पर दीक्षा भवन में मंथन होगा। उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि इलाहाबाद हाईकोर्ट के जज जस्टिस सिद्धार्थ वर्मा (एडमिनिस्ट्रेटिव जज गोरखपुर) होंगे।
उद्घाटन समारोह की अध्यक्षता कुलपति प्रो राजेश सिंह के द्वारा की जाएगी। धन्यवाद ज्ञापन जिला जज तेज प्रताप शाही करेंगे। कार्यक्रम को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। सेमिनार के अंतर्गत जिला न्यायालय के न्यायधीशों को लैंगिक न्याय, दिव्यांगता के पीड़ितों, यौन उत्पीड़न के सरवाइवर्स के प्रति संवेदनशील बनाया जाएगा। कार्यक्रम में गोरखपुर, बस्ती, देवरिया, संतकबीरनगर, सिद्धार्थनगर, कुशीनगर और महाराजगंज के उच्च न्यायिक सेवा अधिकारी, सिविल जज (जूनियर डिवीजन) और सिविल जज सीनियर डिवीजन शामिल होंगे। सुबह 10-11ः30 बजे तक दीक्षा भवन में उद्घाटन समारोह का आयोजन किया जाएगा।
चार तकनीकी सत्रों का होगा आयोजन
कार्यक्रम के अंतर्गत चार तकनीकी सत्रों का आयोजन होगा। ग्रप ए के मुख्य वक्ता पूर्व जिला न्यायधीश चंद्र प्रकाश अस्थाना, ग्रुप बी में डीआईजी देवीपाटन रेंज उपेंद्र कुमार अग्रवाल, दूसरी वक्ता गोरखपुर विश्वविद्यालय के मनोविज्ञान विभाग की विभागाध्यक्ष प्रो. अनुभूति दुबे, ग्रुप सी में प्रोजेक्ट डायरेक्टर समाधान अभियान शीलम बाजपेयी, गोविवि के विधि विभाग के संकायाध्यक्ष प्रो अहमद नसीम और ग्रुप डी के एम्स गोरखपुर के डॉ अशीष सर्राफ और इंस्टीट्यूट ऑफ लीगल स्टडीज रिसर्च, जीएलए यूनिवर्सिटी के प्रो ओएन तिवारी होंगे।