गोरखपुर विश्वविद्यालयः कुलपति प्रोफेसर राजेश सिंह ने नए वर्ष के उपलक्ष्य पर शिक्षकों तथा अधिकारियों से किया संवाद तथा नए साल की दी बधाई

गोरखपुर विश्वविद्यालय

गोरखपुर। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर राजेश सिंह ने नए वर्ष के उपलक्ष्य पर शिक्षकों तथा अधिकारियों से संवाद किया तथा नए साल की बधाई दी।
संवाद भवन में आयोजित कार्यक्रम में कुलपति ने कहा कि आज के बाजार आधारित अर्थव्यवस्था में शिक्षा जगत में अपने उपलब्धियों की शोकेसिंग करना बहुत महत्वपूर्ण है। हमारी यूनिवर्सिटी 66 साल पुरानी है यह समय की मांग है कि हम 66 साल की उपलब्धियों की शोकेसिंग करें और अपने अस्तित्व को बनाए रखने में कामयाब हो।
कुलपति ने कहा कि उनके कार्यकाल में 70 से अधिक स्ववित्तपोषित पाठ्यक्रम शुरू किये गए है जिससे विश्वविद्यालय अपने संसाधन पैदा कर रहा है। विश्वविद्यालय ने नए पाठ्यक्रमों के साथ-साथ से नए संकायों की भी स्थापना की है। जिसमे फर्टिलिटी ऑफ एग्रीकल्चर, फैकल्टी ऑफ इंजीनियरिंग, फैकल्टी ऑफ रूरल साइंस, फैकल्टी ऑफ वोकेशनल स्टडीज शामिल है। ये नए पाठ्यक्रम, नई ब्रांच तथा शिक्षा का अंतरराष्ट्रीयकरण समय की मांग के अनुरूप है। कुलपति ने आह्वान किया कि हर विभाग को नए स्ववित्तपोषित पाठ्यक्रम बनाने चाहिए और अपने संसाधन जुटाने की आवश्यकता है।
कुलपति ने कहा कि नए वर्ष में हर शिक्षक का एक प्रोजेक्ट हो, पब्लिकेशन हो। हर शिक्षक एक ऐसी शैक्षिक सामग्री तैयार करें जिसको विश्वविद्यालय शोकेस कर सके। हर शिक्षक स्ववित्तपोषित पाठ्यक्रम को संचालित करने में अपनी सहभागिता सुनिश्चित करें।

जल्दी महायोगी गुरु गोरक्षनाथ शोध पीठ होगी संचालित
कुलपति ने कहा कि महायोगी गुरु गोरखनाथ शोध पीठ में नवनाथ की मूर्तियां स्थापित की जाएंगी तथा 7000 स्क्वायर फीट में एक संग्रहालय स्थापित किया जाएगा। संग्रहालय में नाथपंथ के इतिहास तथा दर्शन को दर्शाया जाएगा। इसके साथ ही डिजिटल लाइब्रेरी शुरू की जाएगी। शुरुआती चरण में शोधपीठ में आठ रिसर्च एसोसिएट तथा एक ओएसडी कार्य प्रारंभ करेंगे। कुलपति ने सभी विभागों तथा शिक्षकों से कहा कि वो शोधपीठ में से जुड़े तथा वहां हो रहे शोध कार्यों में अपनी सहभागिता सुनिश्चित करें।

10 साल का विज़न डॉक्यूमेंट हो रहा तैयार
विश्वविद्यालय आगामी 10 साल का एक विजन डॉक्यूमेंट तैयार कर रहा है। इसके लिए प्रत्येक विभाग 10 साल की कार्ययोजना प्रस्तुत करें। विभाग बताये कि कौन से नए स्ववित्तपोषित कोर्स संचालित करने जा रहे हैं।

नैक मूल्यांकन की तैयारियों में सभी की सहभागिता तथा जोश
कुलपति ने कहा कि पिछले 1 साल से हम नैक मूल्यांकन के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं जिसमें सभी शिक्षकों तथा अधिकारियों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है खुशी यह है कि हम सब मिलकर एक टीम की तरह काम कर रहे हैं और इसमें सभी का पूरा जोश दिख रहा है।

संवाद भवन में आयोजित कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के सभी अधिष्ठातागण, विभागाध्यक्षगण तथा शिक्षकों सहित कुलसचिव विशेश्वर प्रसाद, परीक्षा नियंत्रक राकेश कुमार तथा वित्त अधिकारी संत प्रकाश सिंह मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन प्रो. गोपाल प्रसाद ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन प्रो अजय सिंह ने दिया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *