गोरखपुर विश्वविद्यालयः मुख्यमंत्री का नेतृत्व उत्तर प्रदेश तथा पूर्वाचल के लिए बड़ा अवसर- डॉ राय

गोरखपुर विश्वविद्यालय

गोरखपुर। मोंटगोमरी कॉलेज, यूएसए के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट, एकेडमिक अफेयर्स डॉ संजय राय ने दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता गण विभागाध्यक्ष गण तथा अधिकारियों को प्रशासनिक भवन के कमेटी हॉल में भारत मे उच्च शिक्षा की चुनौतियां तथा उत्तर प्रदेश को लेकर अपने विशेष कार्य योजना के बारे में चर्चा की।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रो राजेश सिंह ने कहा कि हमे डॉ राय के अनुभवों तथा उत्तर प्रदेश तथा पूर्वांचल के विकास में योगदान के उनके प्रतिवद्धता का लाभ लेने की आवश्यकता है।
उच्च शिक्षा तथा कम्युनिटी शिक्षा में अमेरिका के उच्च शिक्षा संस्थानों के एडवाइजर रहे डॉक्टर राय ने गोरखपुर विश्वविद्यालय द्वारा शुरू किए गए नए रोजगारपरख, कौशल निर्माण के पाठ्यक्रमों खास कर इंटरडिसीप्लिनरी पाठ्यक्रमों की तारीफ की। डॉ राय ने कहा कि हर पाठ्यक्रम को बाजार आधारित कौशल के साथ जुड़ा होना चाहिए। नया पाठ्यक्रम बनाया जाता है तब तक इंडस्ट्री की मांग बदल जाती है या इंडस्ट्री ही बदल जाती है। उच्च शिक्षा में कोशिश करनी है कि उद्योग की मांग के अनुसार कोर्सेज बने।

मुख्यमंत्री के विशनरी नेतृत्व के अवसर का लाभ उठाये
डॉ राय ने उत्तर प्रदेश तथा पूर्वांचल में व्याप्त अवसरों पर चर्चा करते हुए कहा कि युवा जनसंख्या सबसे बड़ी पूंजी है। प्रदेश को करीब 100 साल बाद माननीय योगी आदित्यनाथ में एक विशनरी नेतृत्व मिला है। जिसमें उत्तर प्रदेश के विकास के लिए जुनून हैं। इस अवसर का लाभ उठाने की आवश्यकता है। उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने मैं उच्च शिक्षा का महत्वपूर्ण योगदान है। उच्च शिक्षा ही उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने का सेतु बन सकता है।

सिर्फ सरकार सभी को रोजगार नहीं दे सकती

अकेले सरकार की बेरोजगारी नहीं मिली नहीं खत्म कर सकती। सरकार सभी को रोजगार नहीं प्रदान कर सकती। इसके लिए हमें जरूरत है कि हम प्रतिभा का विकास करें। हमारे विद्यार्थी बहुत प्रतिभाशाली है। जहां प्रतिभा होती है वही माइक्रोसॉफ्ट, अमेजन जैसी कंपनियां जाती है। अगर हम यही प्रतिभा का विकास करेंगे तो यह कंपनियां यही आएंगी।

मुख्यमंत्री के शिक्षा सलाहकार से चर्चा
भारतवंशी अमेरिकी नागरिक डॉ राय ने माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शिक्षा सलाहकार प्रोफेसर डीपी सिंह से भी मुलाकात की। एक विशेष योजना पर चर्चा की जिससे भारतीय बच्चों को भारत में कम पैसे से शिक्षा दी जाए और उन्हें अमेरिका में नौकरियां पाने के लिए तैयार किया जाए।

विश्वविद्यालय के अंतरराष्ट्रीय संबंधों के सलाहकार

कुलपति प्रोफेसर राजेश सिंह ने घोषणा की कि डॉक्टर संजय राय को विश्वविद्यालय के अंतरराष्ट्रीय संबंधों के सलाहकार का पद स्वीकार करने का प्रस्ताव देंगे। डॉ राय अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं से एमओयू तथा अन्य शैक्षणिक एवं शोध एक्सचेंज में विश्विद्यालय की सहायता करेंगे। विद्यालय को गूगल, इंटेल, माइक्रोसॉफ्ट, एप्पल तथा एमआईटी जैसे संस्थानों को जोड़ा जाएगा जिससे रोजगार परक पाठ्यक्रमों को संचालित किया जाए।

पंडित रामबली राय फेलोशिप तथा स्वर्ण पदक
कुलपति ने यह भी कहा कि डॉक्टर संजय राय के दादा जी पंडित रामबली राय के नाम पर विश्वविद्यालय एक फेलोशिप तथा गोल्ड मेडल प्रदान करने केलिए एक प्रस्ताव भी तैयार करेगा

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *