गोरखपुर। राष्ट्रीय सेवा योजना, दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय, गोरखपुर द्वारा मनाये जा रहे ‘‘राष्ट्रीय मतदाता जागरूकता दिवस’’ के अवसर पर दिनांक 25 जनवरी को प्रातः 10ः00 बजे विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य नियन्ता प्रो0 गोपाल प्रसाद एवं डॉ0 जितेन्द्र कुमार ने संयुक्त रूप से छात्र-छात्राओं तथा स्वयंसेवको को मतदान के प्रति जागरूकता करने के लिए ‘‘राष्ट्रीय मतदाता दिवस जागरूकता शपथ’’ दिलाया गया। ‘‘हम, भारत के नागरिक, लोकतत्र में अपनी पूर्ण आस्था रखते हुए यह शपथ लेते है कि हम अपने देश की लोकतात्रिक परम्पराओं की मर्यादा को बनाए रखेगें तथा स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं शान्तिपूर्ण निर्वाचन की गरिमा को अक्षुण्ण रखते हुए, निर्भिक होकर, धर्म वर्ग, जाति, समुदाय भाषा अथवा अन्य किसी भी प्रलोभन से प्रभावित हुए बिना सभी निर्वाचनों में अपने मताधिकार का प्रयोग करेगें।’’ इस अवसर पर डॉ0 जितेन्द्र कुमार नेे कहा कि भारत एक लोकतांत्रिक देश है यहॉं पर जनता अपना प्रतिनिधित्व चुनती है। मतदान एक ऐसी प्रक्रिया है जिससे व्यक्ति अपने विचारों को दूसरों के प्रति सहमति और असहमति दिखा सकता है। चुनाव लड़ने वाले व्यक्ति विभिन्न एजेंडे हमारे सम्मुख रखते है और लोग मतदान के माध्यम से किसी एक को संसद का सदस्य चुनते हैं। हमें हमारी लोकतान्त्रिक प्रणाली के तहत अनेक अधिकार दिए हुए हैं, जिनमे से एक अधिकार मत (वोट) देने का भी है और यह बाकी सभी अधिकारों से बड़ा है। इसी के जरिये हम मतदान करते है।
हमें अपने देश के लिए हमेशा निष्पक्ष होकर मतदान करना चाहिए और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करना चाहिए। शपथ कार्यक्रम के बाद स्वयंसेवकों ने मुख्य द्वार से होेते मतदाता जागरूकता रैली निकालकर डी0एम0 आवास से होते हुए हरिओम नगर चौराहा से सेन्ट्रड्यूज डिग्री कालेज, पहुँचे। सेन्टड्यूज डिग्री कालेज, गोरखपुर में स्वयंसेवकों ने मतदाता जागरूकता पर नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया। नुक्कड़ नाटक में स्वयंसेवकों द्वारा अच्छा प्रर्दशन पर अपर जिलाधिकारी वि0रा0/उपजिलानिर्वाचन अधिकारी द्वारा दो प्रशस्ति पत्र जिसमें एक विश्वविद्यालय एवं कार्यक्रम समन्वयक को प्रमाण-पत्र दिया गया। कार्यक्रम में अपर जिलाधिकारी वि0/रा0 उप जिला निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि मतदान जाति या धर्म के आधार पर नहीं किया जाना चाहिए। पहले सभी का एजेंडा पढ़ कर देश के हित के लिए उपयोगी देखकर ही अपना मत डालें। मतदान एक संवैधानिक अधिकार है और मतदान करना हमारा कर्तव्य हैं। सेण्टड्यूज डिग्री कालेज के प्राचार्या ने कहा कि मतदान एकमात्र ऐसा साधन है जिससे देश की जनता स्वयं अपने देश का विकास निर्धारित कर सकती है। मत देने की शक्ति से वह अपने देश की बागडोर संभालने के लिए योग्य व्यक्ति को खुद चुन सकते हैं। वोद देने से भारत एक ऐसा देश है जो लोगों को अपने देश के लिए फैसले लेने की पूर्ण आजादी मिलती है। वरिष्ठ स्वयंसेवक में कमलेश यादव ने कहा कि मतदान हमारा सवैधानिक अधिकार है और युवाओं को बड़ी माता में लोकतन्त्र के इस त्यौहार में बढ़चढ़ कर हिस्सा लेना चाहिए और दूसरों को मतदान के लिए प्रेरित करें तथा उनको पता चले कि उनका वोट लोकतन्त्र की ताकत है। मतदान हमारा लोकत्रांत्रिक अधिकार है। मतदाता के पास यह क्षमता है कि वह सरकार बना सकता है और वह सरकार गिरा सकता है इसलिए जन-जन को लोकतंत्र में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करनी चाहिए।
आमजनमानस को मतदान के लिए सबसे आगे आने जरूरत एक वोट से देश की भविष्य तय होती है। कार्यक्रम में शाहिल, मनमोहन, सोनल सिंह, स्वेता सिंह, शालिनी मिश्रा, नेहा शाही, आकृति, अंकित तिवारी, अनिता जायसवाल आदि स्वयंसेवक उपस्थिति थे।