शारीरिक शिक्षा विभाग में विश्वविद्यालय को नैक मूल्यांकन में ए++ ग्रेड की उपलब्धि प्राप्त होने पर समारोह आयोजित किया गया। विभाग में आयोजित कार्यक्रम की मुख्य अतिथि – प्रो० सुमित्रा सिंह, पूर्व अधिष्ठाता शिक्षा संकाय, दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय, गोरखपुर एवं विशिष्ट अतिथि डॉ० ऋषि देव पाण्डेय, विशिष्ट पुरातन छात्र, दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय, गोरखपुर थे। कार्यक्रम का शुभारम्भ मां सरस्वती जी के चित्र पर माल्यार्पण कर किया गया। मुख्य अतिथि का स्वागत प्रो० सरिता पाण्डेय, शिक्षा शास्त्र विभाग द्वारा बुके प्रदान कर किया गया। मुख्य अतिथि ने अपने उद्बोधन में, विश्वविद्यालय द्वारा नैक मूल्यांकन में ए++ ग्रेड मिलने पर प्रसन्नता जताई और विद्यार्थियों को इस उपलब्धि को सम्माल कर रखने के लिए प्रेरित किया। When there is will there is way को Focus करते हुए विद्यार्थियों को आगे बढ़ने की चाह रखने का सुझाव दिया तथा अपनी ऊर्जा को पहचानने और सकारात्मक सोच को अपने अन्दर स्थान देने की बात कही।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि डॉ० ऋषि देव पाण्डेय, विशिष्ट पुरातन छात्र एवं सहयुक्त आचार्य, शिक्षा शास्त्र विभाग, दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय, गोरखपुर ने अपने उद्बोधन में कहा कि विश्वविद्यालय द्वारा नैक मूल्यांकन में ए++ ग्रेड मिलने में संकाय के सभी सदस्यों के साथ साथ विद्यार्थियों के सहयोग को भी सराहा और आगे भी विद्यार्थियों के सहयोग की अपेक्षा की। अधिष्ठाता छात्र कल्याण एवं निदेशक आईक्यूएसी प्रो अजय सिंह ने कार्यक्रम में उपस्थित होकर शारीरिक शिक्षा विभाग द्वारा नैक मूल्यांकन में किये गये प्रयासों की प्रशंसा की तथा उन्होने नैक मूल्यांकन के सात क्राइटेरिया पर विस्तृत प्रकाश डाला तथा इस उपलब्धि पर विश्वविद्यालय के गौरवमयी इतिहास के विषय में कार्यक्रम में विस्तृत चर्चा की।
कार्यक्रम में उपस्थित प्रो० सुषमा पाण्डेय ने अपने वक्तव्य में विश्वविद्यालय की इस उपलब्धि पर प्रसन्नता व्यक्त की तथा उपस्थित छात्रों को स्वामी विवेकानन्द जी का अनुसरण करने हेतु प्रेरित किया तथा कहा कि शिक्षा ग्रहण करने तथा उच्च ज्ञान अर्जन हेतु खेल गतिविधियों को उचित माध्यम बताया।
कार्यक्रम का संचालन प्रो० विजय चाहल ने किया, इस अवसर पर विभाग के डॉ० राज वीर सिंह, डॉ० अनुपम सिंह (शिक्षा शास्त्र विभाग), पुनीत कुमार श्रीवास्तव, सत्य प्रकाश तथा शारीरिक शिक्षा विभाग के शोध छात्र, एम. ए. द्वितीय सेमेस्टर, चतुर्थ सेमेस्टर एवं बी० ए० तृतीय वर्ष के छात्र/छात्राऐ उपस्थित रहे।