स्ववित्तपोषित कार्यक्रमों के सुचारू संचालन के लिए पांच फ्लोर की मल्टीस्टोरी इंटरडिसीप्लिनरी बिल्डिंग का होगा निर्माण:-कुलपति
गोरखपुर। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर राजेश सिंह की अध्यक्षता में आज विश्वविद्यालय द्वारा संचालित कौशल विकास एवं रोजगारपरक स्ववित्तपोषित पाठ्यक्रमों की समीक्षा बैठक हुई।
इस महत्वपूर्ण बैठक में कुलपति ने कहा कि स्ववित्तपोषित पाठ्यक्रम भविष्य में विश्वविद्यालय के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले हैं।
कुलपति ने कहा कि स्ववित्तपोषित कार्यक्रमों के सुचारू संचालन के लिए विश्वविद्यालय एक पांच फ्लोर की मल्टीस्टोरी इंटरडिसीप्लिनरी बिल्डिंग के निर्माण कराने जा रहा है। विभिन्न चरणों में निर्माण होने वाले इस भवन में एक फ्लोर 10,000 स्क्वायर फिट का होगा तथा इसमें बीए एलएलबी, मैनेजमेंट, एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग तथा अन्य विभागों में संचालित स्ववित्तपोषित पाठ्यक्रमों के लिए स्थान सुनिश्चित किया जाएगा।
इसके साथ ही सेंट्रल इंस्ट्रूमेंटेसन सेंटर भी बनाया जा रहा है। इस सेन्टर में विज्ञान के सभी उपकरणों को उपलब्ध कराया जाएगा जिसका प्रयोग स्ववित्तपोषित पाठ्यक्रम तथा विश्विद्यालय के विभाग भी कर सकेंगे।
कुलपति ने कहा कि सेंट्रल मीडिया सेंटर स्थापित करने की भी योजना है। इस अत्याधुनिक सेन्टर में मल्टीमीडिया स्टूडियो, ग्राफ़िक्स डिजाइनिंग, लेक्चर रेकॉर्डिंग समेत विभिन्न सुविधाएं होंगी। इसके साथ ही दीक्षा भवन में शिक्षकों के बैठने के लिए भी स्थान बनाया जाएगा।
विद्यार्थियों की रुचि बढ़ाने तथा विभिन्न स्टेकहोल्डर्स को मंच प्रदान करने के लिए कुलपति ने कहा कि इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी द्वारा हाईटेक फेस्ट तथा फैकल्टी ऑफ मैनेजमेंट द्वारा मैनेजमेंट फेस्ट आयोजित किया जाए। इसके साथ ही बैंकिंग एंड इंश्योरेंस पाठ्यक्रम तथा पत्रकारिता पाठ्यक्रम के कोऑर्डिनेटर को भी ऐसे फेस्ट आयोजित करने के लिए कहा। कुलपति ने एमबीए के पाठ्यक्रमों को आईआईएम तथा इंजीनियरिंग के पाठ्यक्रमों को आईआईटी के तर्ज पर बेहतर बनाने के लिए निर्देश दिए।
कुलपति ने सभी पाठ्यक्रमों में प्रगति की समीक्षा करते हुए आदेशित किया कि समन्यवक उन पाठ्यक्रमों के बारे में जानकारी दे जिसमें विद्यार्थियों ने प्रवेश नहीं लिया जिस वजह से उनका संचालन नहीं हो सका। समन्वयक इन पाठ्यक्रमों के अगामी सत्र में संचालित करने की कार्य योजना भी प्रस्तुत करें अगर उनकी योजना संतोषजनक नही मिली तो समन्वयक को बदल दिया जाएगा।
कुलपति ने कुछ पाठ्यक्रमों के कोऑर्डिनेटर की अनुपस्थिति पर नाराजगी जाहिर करते हुए उनसे स्पष्टीकरण मांगने का आदेश दिया। कल फिर इन पाठ्यक्रमों के कोऑर्डिनेटर की बैठक बुलाई गई है। सभी प्रस्तावों को सोमवार को वित्त समिति की बैठक में मंजूरी के लिए रखा जाएगा।
इस बैठक में सभी स्ववित्तपोषित पाठ्यक्रमों के निदेशक प्रो विनय सिंह, कुलसचिव विशेश्वर प्रसाद, वित्त अधिकारी संत प्रकाश सिंह, डीन स्टूडेंट वेलफेयर प्रो अजय सिंह तथा मुख्य नियंता प्रो गोपाल प्रसाद समेत सभी पाठ्यक्रमों के कोऑर्डिनेटर्स शामिल हुए।