गोरखपुर: पूर्वोत्तर रेलवे अपनी कार्य प्रणाली के विभिन्न क्षेत्रों में लगातार सुधार कर यात्री सुविधाओं को बेहतर बनाने एवं कार्य दक्षता में वृद्धि के लिए प्रयासरत है। इसी दिशा में आगे बढ़ते हुए ट्रेनों के कोचों में पानी भरने हेतु नई प्रणाली क्विक वॉटरिग सिस्टम का प्रयोग किया जायेगा। यह नई तकनीक बहुत ही फायेदेमंद हैं जिसके प्रयोग से केवल 5 से 10 मिनट में पूरी ट्रेन में पानी भर जायेगा। अभी ट्रेन के सभी कोचों में पानी भरने के लिए लगभग 20 मिनट का समय लगता है। नई प्रणाली से यात्री संतुष्टि बढ़ेगी तथा पानी भरने का काम भी आसान हो जायेगा तथा समय भी कम लगेगा।मुख्यालय स्थित गोरखपुर जं. स्टेशन पर यह सुविधा शीघ्र उपलब्ध हो जाएगी।
क्विक वॉटरिंग सिस्टम के अन्तर्गत 40 हॉर्सपॉवर के 3 बूस्टर पंप लगाए जाएंगे तथा प्रत्येक बूस्टर पंप के पानी का फलो रेट 200 मीटर क्यूब प्रति घंटा होगा। ये पंप ऑटोमैटिक ऑपरेशन वाले होंगे तथा पानी की आवश्यकता अनुसार दूसरा एवं तीसरा पंप स्वतः चालू हो जाएगा। बूस्टर पंपों के स्टार्ट होने का क्रम ऑटोमैटिक कंट्रोल सिस्टम द्वारा संचालित होगा तथा रिमोट द्वारा इसका नियंत्रण किया जाएगा। इन पंपों की सक्शन एवं डिलिवरी क्षमता बहुत ही शक्तिशाली है। बूस्टर पंप को चलाने के लिए हैडर पर प्रेशर सेंसर की भी व्यवस्था है। इस प्रणाली में स्पीड कंट्रोल तथा ऊर्जा की बचत के लिए वैरिऐबल फ्लो डिवाइस भी लगा हुआ है।
लखनऊ मंडल के गोरखपुर जंक्शन स्टेशन के अतिरिक्त क्विक वॉटरिंग सिस्टम ऐशबाग जंक्शन पर भी लगाया जाएगा। वाराणसी मंडल के मंडुआडीह स्टेशन पर क्विक वॉटरिंग सिस्टम उपलब्ध कराए जाने का कार्य चल रहा है जबकि छपरा एवं मऊ स्टेशनों पर इसका विस्तार प्रस्तावित है। इसी प्रकार इज्जतनगर मंडल के फरुक्खाबाद स्टेशन पर यह सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है तथा निकट भविष्य में इसे लाल कुआं स्टेशन पर भी स्थापित किया जाएगा।