गोरखपुर: जनपद दौरे के दूसरे दिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बाढ़ को देखते हुए गोरखपुर और संतकबीरनगर का हवाई सर्वेक्षण कर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लिया। बाढ़ से प्रभावित गोरखपुर जिले में 63 और संतकबीरनगर में 17 गांव में सीएम ने तत्काल तत्काल और बचाव के काम शुरू करने के निर्देश दिए। सिंचाई विभाग के अधिकारियों कड़ी हिदायत दी कि कोई भी बंधा टूटना नहीं चाहिए। निरंतर बांधों की निगरानी रखी जाए, आवश्यकता पड़ने पर बांधों पर रात में भी सुरक्षा संबंधी काम किए जाए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार को 10.15 बजे के करीब एमपी पॉलिटेक्निक के हेलीपैड से हवाई सर्वेक्षण के लिए निकले। उन्होंने हिन्दुस्तान उर्वरक रसायन लिमिटेड(एचयूआरएल) खाद कारखाने में चल रहे निर्माण कार्यो का हेलीकाप्टर से जाएजा लिया। उसके बाद जंगलकौड़िया में फोरलेन निर्माण, गाहासाढ़, कोलिया, डोमिनगढ़, हरपुरबुदहट, सहजनवा में बाढ़ का हवाई सर्वेक्षण करते हुए संतकबीरनगर में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किए। एरियल सर्वेक्षण के बाद सीएम सर्किट हाउस लौटे। यहां उन्होंने कमिश्नर, डीएम और सिंचाई विभाग के अधिकारियों से बातचीत की। डीएम के विजयेंद्र पांडियन ने बताया कि सीएम ने बढ़ते हुए जलस्तर के निरीक्षण के उपरान्त बाढ़ खण्ड एवं सिंचाई विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि सभी बंधे सुरक्षित रहे। कोई भी बंधा टूटने न पाए। इसके लिए तटबंधों की निरन्तर निगरानी करें। जिला प्रशासन को निर्देश किया कि नावों की समुचित व्यवस्था करें। डीएम ने सीएम को बताया कि गोरखपुर जिले के बाढ़ प्रभावित 63 गांव में प्रति गांव 4 नाव के हिसाब से 163 नाव उपलब्ध करा दी गई हैं। पॉलिथीन वितरित की जा रही है। कोविड-19 के अंतर्गत प्रवासी मजदूरों एवं नियमित खाद्यान वितरण से खाद्यान की कोई समस्या नहीं है। सीएम ने पशुओं के लिए तत्काल चारा और उनके रखे जाने का इंतजाम करने का भी निर्देश दिया है। उन्होंने नाविकों को धनराशि के नियमित भुगतान के साथ बाढ़ की आपदा के मद्देनजर दो माह पूर्व तक के लिए अभी से तैयारियां पूरी करने की हिदायत दी। ताकि आपदा की स्थिति में तत्काल राहत एवं बचाव कार्य किया जा सके। डीएम ने बताया कि जिले में 8 स्थानों पर कटान हो रही, जहां राहत एवं बचाव का काम चल रहा है।
सीएम ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि अतिसंवेदनशील बांधों पर रात में भी राहत एवं बचाव कार्य संचालित किए जा सके, इसके लिए जरूरी इंतजाम किए जाए। कमिश्नर जयंत नार्लिकर ने बताया कि सीएम ने संतकबीरनगर के बाढ़ प्रभावित 17 गांव में राहत एवं बचाव के सभी काम शुरू करने के निर्देश दिए। कहा कि संतकबीरनगर जिले पर निगरानी रखे। सीएम ने जंगल कौड़िया-मोहद्दीपुर फोरलेन निर्माण एवं एचयूआरएल के निर्माण में भी तेजी लाने के निर्देश दिए।