गोरखपुर। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय की ओर से सत्र 2022-23 में तीन अंतरराष्ट्रीय महा सम्मेलनों का आयोजन किया जाएगा। इन सम्मेलनों में दुनियाभर के ख्यातिलब्ध शिक्षाविद् और मनीषी जुटेंगे। विश्वविद्यालय प्रशासन ने आयोजन की रूपरेखा तैयार कर ली है। जल्द ही अलग-अलग कमेटियों का गठन कर आयोजन को आकार देने की प्रक्रिया प्रारंभ की जाएगी।
ये बातें कुलपति प्रो. राजेश सिंह ने शनिवार को शनिवार को कमेटी हाल में आयोजित संकायाध्यक्षों और विभागाध्यक्षों की बैठक में कही।
उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय की ओर से अपने ब्रांड आंबेसडर पंडित दीनदयाल उपाध्याय के जयंती पर तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन 24-26 सितंबर तक किया जाएगा। गत वर्ष भी विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से पंडित दीनदयाल उपाध्याय पर सेमिनार का आयोजन किया गया था। सम्मेलन में दुनियाभर के मनीषीयों ने ऑनलाइन और ऑफलाइन मोड में शिरकत की थी। इसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए वर्ष-2022 में पंडित की सितंबर में आयोजित जयंती पर यह आयोजन होगा। इसके साथ ही अंतरराष्ट्रीय पुरातन छात्र सम्मेलन का आयोजन भी 5-7 नवंबर के बीच किया जाएगा। इसमें विश्वविद्यालय के पुरातन छात्रों को जोड़ा जाएगा। सभी विभागाध्यक्ष अपने अपने विभाग के पुरातन छात्रों के डाटा तैयार कर लें। विश्वविद्यालय ने 30 अप्रैल से 2 मई तक तीन दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन सफलता पूर्वक किया है। स्वयं माननीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने समारोह से ऑनलाइन जुड़कर इसे सफल बनाया है। अब, नवंबर में आयोजित होने वाले पुरातन छात्र सम्मेलन को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मनाया जाएगा। इसके साथ ही विश्वविद्यालय की ओर से कबीर, गोरखनाथ और बुद्धा पर अंतरराष्ट्रीय डॉयलाग का आयोजन 26-28 दिसंबर के बीच किया जाएगा। तीनों ही महान विभूतियां पूर्वांचल में खासकर गोरखपुर और आसपास के जिलों से जुड़ी हैं।
