गोरखपुर विश्वविद्यालयः समाजशास्त्र विभाग में व्याख्यान का हुआ आयोजन, शोध छात्रों के साथ विशेषज्ञों ने किया संवाद

गोरखपुर विश्वविद्यालय

गोरखपुर। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के समाजशास्त्र विभाग में शोध छात्रों के लिए इंटरैक्शन सेशन का आयोजन शनिवार को किया गया। जिसमें विशेषज्ञों द्वारा सिनॉप्सिस निर्माण और शोध की प्रक्रिया पर चर्चा की गई।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि बीएचयू के समाजशास्त्र विभाग के पूर्व अध्यक्ष प्रो. अजीत कुमार पाण्डेय ने कहा कि शोध के लिए क्षेत्र में जाने से पूर्व सैद्धान्तिक ज्ञान के बारे में पूर्णतः अवगत होना बहुत जरूरी है। किसी भी अध्ययन के विषय की सैद्धांतिक पृष्ठभूमि समझे बिना शोध कार्य में समग्रता नही आ सकती। शोध के लिए चयनित विषय से सम्बंधित सिद्धांतों पर अच्छी जानकारी होने से ही अच्छा शोध हो सकता है।
मुख्य वक्ता लखनऊ विश्वविद्यालय के समाजशास्त्र विभाग के अध्यक्ष प्रो. डी.आर. साहू ने कहा कि सोशल मीडिया के दौर में जब तमाम झूठ और भ्रम फैल रहा है, ऐसे में उत्तर आधुनिक सिद्धांत से काफी मदद मिलेगी। शोध छात्रों को उत्तर आधुनिक सिद्धांतो के बारे में अधिक पढ़ना होगा।
प्रो. संगीता पाण्डेय ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि शोधार्थी को हमेशा जिज्ञासु होना चाहिए। उनकी जिज्ञासा को ध्यान में रखते हुए इस इंटरैक्शन सेशन से बहुत सहायता मिलेगी। कार्यक्रम का संचालन एवं आभार ज्ञापन डॉ. मनीष पाण्डेय ने किया। इस दौरान डॉ अनुराग द्विवेदी, श्री प्रकाश प्रियदर्शी एवं अनेक शोध छात्र उपस्थित रहे।

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