गोरखपुर। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय, गोरखपुर के अंग्रेजी विभाग में एम.ए. के सीनियर्स पियर टीचर बनेंगे जोकि अपने अनुभव के आधार पर अपने जूनियर्स का मार्गदर्शन करने के साथ ही उनके विषय से संबंधित समस्याओं का भी समाधान करेंगे। उक्त जानकारी देते हुए विभागाध्यक्ष प्रो.अजय कुमार शुक्ला ने बताया कि अक्सर शिक्षण संस्थाओं में ऐसा देखा जाता है कि जूनियर्स एवम् सीनियर्स के बीच पारस्परिक संवाद नहीं के बराबर होता हैं।
कुलपति प्रो. राजेश सिंह का मानना है कि अगर जूनियर्स एवम् सीनियर्स में पारस्परिक संवाद एवम् तालमेल होगा तो उससे उनका व्यक्तित्व विकास तो होगा ही साथ ही उन्हें कई नई चीजें सीखने एवं जानने का मौका भी मिलेगा। यूजीसी के द्वारा दी गई एडवांस्ड लर्नर्स की अवधारणा भी कुछ ऐसी ही हैं। इसी क्रम में अंग्रेजी विभाग में सीनियर्स को पियर टीचर बनाकर उनके और जूनियर्स के मध्य की दूरियों को पाटने का प्रयास किया जा रहा रहा है। सीनियर्स अपने जूनियर से संवाद करने के साथ ही उनके किताबों से संबंधित, परीक्षा से संबंधित एवं उनके अन्य समस्याओं का समाधान करेंगे। वे ग्रुप डिस्कशन का हिस्सा बनकर अपने जूनियर्स के अन्य शैक्षणिक समस्याओं का निराकरण भी करेंगे। विभागाध्यक्ष प्रो.अजय कुमार शुक्ला ने बताया क एम ए प्रथम सेमेस्टर में जिन विद्यार्थियों का एसजीपीए 7.5 से अधिक आया है उन्हें पियर टीचर के लिए चयनित किया जा रहा हैं। प्रो. अजय कुमार शुक्ला ने बताया कि अगले हफ्ते से पियर टीचर्स अपने जूनियर्स को खाली समय मे पढ़ने के साथ ही उनके असाइनमेंट, मिड-टर्म एग्जाम आदि से संबंधित टिप्स भी देंगे। इसी क्रम में एम. ए. तृतीय सेमेस्टर के कुछ छात्रों ने स्वयं आकर अपना नाम दर्ज कराया।
ये विद्यार्थी होंगे पियर टीचर
नितेश सिंह, सोनल यादव, संगम चतुर्वेदी, जागृति यादव, अनुष्का यादव, शांभवी तिवारी, निहारिका त्रिपाठी, सत्यम कुमार, प्रगति गोयल, सुनील कुमार, सूरज रावत, मधु मल्ल, रजनीश दुबे, अस्ना हमीज़, अंजली साहनी।