गोरखपुर विश्वविद्यालयः ‘‘यातायात जागरूकता अभियान’’ के अन्तर्गत विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर यातायात जागरूकता कार्यक्रम का किया गया आयोजन

गोरखपुर विश्वविद्यालय

कुलपति ने दिलाई यातायात जागरूकता शपथ

गोरखपुर। राष्ट्रीय सेवा योजना, दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय, गोरखपुर आवासीय परिसर तथा सम्बद्ध महाविद्यालयोें के संयुक्त तत्वाधान में ‘‘यातायात जागरूकता अभियान’’ के अन्तर्गत विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर यातायात जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में कुलपति प्रो राजेश सिंह एवं पुलिस अधीक्षक यातायात गोरखपुर डॉ. एम. पी. सिंह द्वारा संयुक्त रूप से सड़क सुरक्षा और यातायात नियमों के पालन हेतु यातायात जागरूकता रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। यातायात जागरूकता रैली विश्वविद्यालय मुख्य द्वार से होते हुए डी.एम. आवास, हरिओम नगर चौराहा, अम्बेडकर चौराहा, छात्रसंघ चौराहा होते हुए विश्वविद्यालय मुख्य द्वार पर समाप्त हुई। इस अवसर पर कुलपति प्रो. राजेश सिंह ने स्वयंसेवकों को यातायात जागरूकता शपथ दिलाई और साहसिक कार्यक्रम शिविर तथा प्री0आर0डी0 कैम्प में चयनित स्वयंसेवकों के साथ सामूहिक फोटोग्राफ भी लिया गया।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कुलपति प्रो. राजेश सिंह ने कहा कि भारत ही नही पूरी दुनिया में यातायात/सड़क दुर्घटना बहुत तेजी से बढ़ रही है। यह एक गम्भीर समस्या के रूप सामने आई है। किसी भी वाहन चालक द्वारा थोड़ी लापरवाही करने में किसी भी व्यक्ति की मृत्यु हो सकती या विकलांग हो सकता है। जीवन एक अनमोल है ऐसी घटनाओं की रोक-थाम के लिए समाज को जागरूक करने की जरूरत हैं।


पुलिस अधीक्षक यातायात डॉ. एम. पी. सिंह ने कहा कि दोपहिया वाहन चलाते समय हेलमेट का प्रयोग, चार पहिया वाहन चलाते समय सीट बेल्ट का प्रयोग, गाड़ी चलाते समय मोबाइल पर बात न करने, नियंत्रित गति से ही गाड़ी चलाने, इन्डीकेटर का प्रयोग तथा वाहन चलाते समय किसी प्रकार का नशा न करे जैसे नियमों का प्रयोग अवश्य करें।
कार्यक्रम समन्वयक डॉ0 जितेन्द्र कुमार ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि जीवन अनमोल है, इसकी सुरक्षा के लिए लोगों को स्वयं जागरूक रहना चाहिए।

कार्यक्रम का संचालन प्रो. सुषमा पाण्डेय ने किया। इस अवसर पर नियंता प्रो. गोपाल प्रसाद, प्रो. विनय कुमार सिंह, प्रो. केशव सिंह, डॉ. अमित उपाध्याय, डॉ. दीपेन्द्र मोहन सिंह, डॉ. मीतू सिंह, डॉ. जे. के. पाण्डेय, सेन्टड्यूज डिग्री कालेज गोरखपुर; डॉ. पूनम श्रीवास्तव, डॉ. गीता श्रीवास्तव, सरस्वती विद्या मंदिर; डॉ. रूही अग्रवाल, सेन्ट जोसफ फॉर वूमेन; प्रीति, शकुन्तला देवी भगवानदास महिला महाविद्यालय, चौरीचौरा, गोरखपुर तथा श्री अजित पाण्डेय, टी.आई. यातायात अपने टीम के साथ उपस्थित रहें। विश्वविद्यालय/महाविद्यालय से आए लगभग 1500 स्वयंसेवकों/स्वयंसेविकाओं ने कार्यक्रम प्रतिभाग किया।

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