गोरखपुर। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के सत्र 2019-20 और 2020-21 के शोधकर्ताओं के फेलोशिप के लिए आवेदन की तिथि 21 नवंबर निर्धारित की गई है। यदि फेलोशिप आवेदन 21 नवंबर को शाम 5:00 बजे तक या उससे पहले उपलब्ध नहीं कराया जाता है, तो यह माना जाएगा कि ऐसा कोई छात्र नहीं है, जो फेलोशिप के लिए योग्य है। विश्वविद्यालय के लिए पीएच.डी. फेलोशिप, डीएसडब्ल्यू कार्यालय को फेलोशिप आवेदन भेजने की जिम्मेदारी विभागाध्यक्ष और पर्यवेक्षकों की है।
विश्विद्यालय के रिसर्च सेल द्वारा जारी नोटिफिकेशन के जरिये सभी विभागाध्यक्ष और डीन को निर्देश दिया गया है कि बैच 2020-21 के शोधकर्ताओं की उपस्थिति के विवरण के साथ फेलोशिप को अग्रेषित करना सुनिश्चित करें और इसे 21 नवंबर को या उससे पहले डीएसडब्ल्यू कार्यालय में जमा करें।
नोटिफिकेशन में कहा गया है कि कुलपति के संज्ञान में यह लाया गया है की विशेष रूप से बैच 2019-20 और 2020-21 के शोध, विश्वविद्यालय फेलोशिप और पीएचडी के अन्य नियमित शोध कार्यों के संबंध में आवेदनों को अग्रेषित करने में दिन-प्रतिदिन बाधा उत्पन्न की जा रही है। वे सभी छात्र जिनका पंजीकरण स्वीकृत हो चुका है और जिन्होंने प्री-पीएचडी कोर्स पास कर लिया है और जिनका सिनॉप्सिस स्वीकृत है, उन्हें अधिसूचना संख्या 1023/रिसर्च सेल/2022 और 1024/रिसर्च सेल/2022 दिनांक 20.10.2022 में अधिसूचित किया गया है। सभी विभागाध्यक्षों, पर्यवेक्षकों को सलाह दी जाती है कि वे 2020-21 के बैच के लिए फेलोशिप (सीएसआईआर, जेआरएफ, एसआरएफ आदि, और विभिन्न फंडिंग एजेंसियों से अन्य फेलोशिप जो सभी बैचों के छात्रों द्वारा प्राप्त किए गए हैं) और यूनिवर्सिटी फेलोशिप के लिए अपने आवेदनों को वापस न ले।
नोटिफिकेशन में कहा गया है कि यदि विभागाध्यक्ष या अनुसंधान पर्यवेक्षक फैलोशिप से संबंधित किसी भी आवेदन को रोकते हुए पाए जाते हैं, तो इसे विश्वविद्यालय के आदेशों की अवहेलना माना जाएगा और विश्वविद्यालय अधिनियम और विधियों के प्रावधान के अनुसार जवाब देगा।