गोरखपुर। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय, गोरखपुर के गृह विज्ञान विभाग में अंतराष्ट्रीय मधुमेह दिवस के अवसर पर जागरूकता कार्यशाला कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में सर्वप्रथम गृह विज्ञान विभाग के छात्राओं द्वारा स्लोगन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें छात्राओं द्वारा स्लोगन के माध्यम से मधुमेह की समस्या एवं उसके निदान के बारे में बताया गया। स्लोगन प्रतियोगिता के उपरांत छात्राओं द्वारा जागरूकता रैली विश्वविद्यालय कैंपस में निकाली गई।
रैली विभिन्न विभागों में गई जहां छात्राओं द्वारा ग्लूकोमीटर से शरीर में ग्लूकोज की मात्रा का परीक्षण किया गया तथा विभाग के छात्रों एवं शिक्षकों को आहार के द्वारा किस प्रकार शरीर में ग्लूकोज की मात्रा को नियंत्रित कर सकते हैं इस बात की जानकारी दी गई।
कार्यक्रम की संचालिका प्रो दिव्या रानी सिंह, गृह विज्ञान विभाग रही। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि मधुमेह का मुख्य कारण आज कल की बदलती हुई आधुनिक जीवन शैली है जिसमें लोगों का झुकाव फास्ट फूड की तरफ ज्यादा हो गया है। तनाव भी मधुमेह का एक मुख्य कारण है अगर लोग तनाव ना लेकर खुश रहे तो शरीर से हैप्पी हारमोंस निकलते हैं जो ग्लूकोस लेवल को बनाए रखते हैं। कार्यक्रम में डॉ अनुपमा कौशिक, डॉ नीता सिंह तथा विभाग की सभी शोधार्थी एवं छात्राएं उपस्थित रही।