गोरखपुर। संस्कृत एवं प्राकृत भाषा विभाग दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के पुस्तकालय एवं शोध परिषद संस्कृत एवं प्राकृत भाषा विभाग के संयुक्त तत्वाधान में 21 दिवसीय पुस्तकालय संस्करण एवं संरक्षण कार्यशाला का उद्घाटन हुआ। जिसमें बतौर मुख्य अतिथि प्रोफेसर विनय कुमार सिंह, मानद ग्रंथालयी केंद्रीय ग्रंथालय दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय गोरखपुर रहे। उन्होंने विभाग में पुस्तकालय का होना अत्यंत महत्वपूर्ण बताया तथा जीवन में पुस्तकों के महत्व को बताते हुए अनेक महापुरुषों के उदाहरण भी प्रस्तुत किए और छात्रों एवं शिक्षकों को पुस्तकालय की संस्करण एवं संरक्षण हेतु बधाई दी। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्रोफेसर दीपक प्रकाश त्यागी ने मेरी प्रिय पुस्तक पर सभी को लेखन करने के लिए भी प्रेरित किया एवं समस्त शोध छात्रों की जो कार्यशाला में सहभाग कर रहे हैं, को बधाई दी।
कार्यक्रम का संचालन डॉ स्मिता द्विवेदी, स्वागत डॉ कुल दीपक शुक्ल एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ लक्ष्मी मिश्रा ने किया इस अवसर पर विभाग के समस्त शिक्षक एवं छात्र उपस्थित रहे।