गोरखपुर। माननीय कुलपति प्रोफेसर राजेश सिंह के मार्गदर्शन में किए गए एमओयू के तहत अकादमिक विनिमय कार्यक्रम के अंतर्गत सेंटर ऑफ कॉस्मोलॉजी एवं साइंस पॉपुलराजेशन एसजीटी विश्वविद्यालय गुड़गांव से आए प्रोफेसर शिवेश जैश पैशिफ द्वारा गणित एवं सांख्यिकी विभाग में प्रोफेसर रामगोपाल विश्वकर्मा मेमोरियल व्याख्यान का आयोजन किया गया। पूर्वांचल की धरती के विश्व विख्यात कॉस्मोलॉजिस्ट प्रोफेसर विश्वकर्मा ज़कार्ता विश्वविद्यालय मेक्सिको में प्रोफेसर के पद पर कार्यरत थे। विगत 9 जनवरी 2023 को भारत प्रवास के दौरान अचानक दिल का दौरा पड़ने से उनकी मृत्यु हो गई।
प्रोफ़ेसर विश्वकर्मा मुलतः एक गणितज्ञ रहे और उनका शोध कार्य गुरुत्वाकर्षण सिद्धांत और अंतरिक्ष विज्ञान से संबंधित रहा। विगत कुछ वर्षों के शोध में प्रोफेसर विश्वकर्मा ने विश्व प्रसिद्ध भौतिक शास्त्री अल्बर्ट आइंस्टीन के सापेक्षता के सिद्धांत में कुछ त्रुटियां को उजागर किया तथा एक नए गुरुत्वाकर्षण सिद्धांत के प्रतिवादन पर कार्य कर रहे थे। प्रोफेसर विश्वकर्मा को विश्व प्रसिद्ध “Honarable mention” अवार्ड से 5 बार सम्मानित किया जा चुका है। इसके अतिरिक्त उनके शोध पत्र विश्व प्रसिद्ध शोध पत्रिकाओं मे प्रकाशित हो चुके है।
प्रोफेसर विश्वकर्मा पदम भूषण प्रोफ़ेसर जे वी नार्लिकार के विद्यार्थी भी रह चुके हैं। गणित एवं सांख्यिकी विभाग के सहायक आचार्य डॉ राजेश कुमार के आमंत्रण पर प्रोफेसर शिबेश ने प्रोफेसर विश्वकर्मा के जीवन यात्रा और उनके शोध कार्यो की चर्चा अपने व्याख्यान में की। आज के समय में प्रोफेसर विश्वकर्मा के शोध कार्य की तुलना प्रसिद्ध वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टीन, स्टीफन हॉकिंग से की जा सकती है। प्रोफेसर विश्वकर्मा के अधूरे शोध कार्यो को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी प्रो शिबेश जैश पैसिफ के साथ मिलकर गणित विभाग के प्रोफेसर सुधीर श्रीवास्तव एवं डाo राजेश कुमार ने ली है। व्याख्यान में गणित विभाग के समस्त शिक्षक एवं छात्र- छात्राएं उपस्थित रहे हैं। इस अकादमिक विनिमय कार्यक्रम के तहत आए प्रोफेसर शिवेश ने विभाग के शोधार्थियों के साथ अपने शोध अनुभवों और कार्यों को साझा किया। विभाग के वरिष्ठ आचार्य प्रोफेसर विजय शंकर वर्मा द्वारा अतिथि का स्वागत किया गया।