भारत के लिए जी 20 की अध्यक्षता केवल एक अंतरराष्ट्रीय समूह का नेतृत्व करना मात्र नहीं है बल्कि तेजी से बदलते विश्व में भारत और भारतवंशियों की महत्वपूर्ण भूमिका को मान्यता दिलाना भी है। यह तभी सम्भव हो सकता है जब देश के नागरिक विशेषकर युवा इस मन्तव्य के अनुरूप दुनिया भर में भारत की प्रतिष्ठा और साख बढाने में अपना अपना योगदान करे।
यह उद्गार दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो अजय सिंह ने संवाद भवन में आयोजित जी 20 विद्यार्थी जागरूकता कार्यक्रम में अपने अध्यक्षीय वक्तव्य में व्यक्त किये।
इससे पूर्व जी 20 यूनिवर्सिटी कनेक्ट के समन्वयक प्रो हर्ष कुमार सिन्हा ने जी 20 में भारत की अध्यक्षता से उपलब्ध होने वाले विभिन्न अवसरों और विविध कार्यक्रमों में युवाओं की भूमिका पर सारगर्भित वक्तव्य प्रस्तुत करते हुए कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वर्तमान में भारत की महत्वपूर्ण साख के पीछे 130 करोड़ नागरिको की सॉफ्ट पावर और भारत की सांस्कृतिक, सामाजिक, आर्थिक और कूटनीतिक उपलब्धियां हैं। कार्यक्रम में विशिष्ट वक्ता के रूप में उपस्थित शासन द्वारा नामित जी 20 अम्बेसडर और सिद्धार्थ विवि के आचार्य डॉ अरविंद कुमार रावत ने जी 20 समूह, उसके कार्यक्रमों, कार्यपद्धति, विभिन्न कार्यक्षेत्रों और आयोजनों पर विस्तार से प्रकाश डाला। डॉ रावत ने बताया कि इस वर्ष देश में होने वाले 200 से अधिक आयोजनों के माध्यम से दुनिया में भारत की छवि और अधिक मजबूत होगी।
कार्यक्रम के नोडल अधिकारी कुलसचिव श्री विशेश्वर प्रसाद ने अपने स्वागत वक्तव्य में विश्व के शक्ति संतुलन में हो रहे बदलावों के बीच भारत द्वारा चुने गए विकासोन्मुख मार्ग और नीतियों पर प्रकाश डालते हुए उम्मीद जताई कि कार्यक्रम से विद्यार्थी सूचित और लाभान्वित होंगे। कार्यक्रम का संचालन जी 20 के नामित अम्बेसडर डॉ मनीष प्रताप सिंह एवं आभार ज्ञापन डॉ रामवन्त गुप्ता ने किया। इस अवसर पर डॉ महेंद्र कुमार सिंह, राष्ट्रीय सेवा योजना के समन्वयक डॉ जितेंद्र कुमार, डॉ पवन, डॉ अलीमुल इस्लाम सहित अनेक शिक्षक एवं बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित रहे।