गोरखपुर। रसायन विज्ञान विभाग, दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय, गोरखपुर में नैक ए++ का उत्सव पूरे हर्षोल्लास के साथ माननीय कुलपति के कुशल मार्ग निर्देशन मे, 21 फरवरी 2023 को मनाया गया। उत्सव की शुरुआत माँ सरस्वती के माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन से हुई, विद्यार्थियों ने सरस्वती वंदना एवं कुलगीत प्रस्तुत किया। कार्यक्रम के प्रारंभ मे मंच पर एवं सभागार में उपस्थित सभी विशिष्ट पुरातन छात्रों/शिक्षकों को पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया गया। मंच संचालक प्रो0 एन के शुक्ला ने नैक के विभिन्न पहलुओ पर प्रकाश डाला। रसायन विज्ञान विभाग की विभागाध्यक्ष प्रो0 सुधा यादव ने सभी अतिथियों का स्वागत किया तथा इसी क्रम में उपस्थित पुरातन छात्रों/शिक्षकों के विषय में यथा उनके स्नातकोत्तर का वर्ष, शोध का कार्यक्षेत्र एवं अन्य उपलब्धियों के विषय मे विस्तार से बताया।
कार्यक्रम में रसायन विज्ञान विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष प्रो के डी एस यादव ने अपने अनुभव साझा किए, उन्होंने विद्यार्थियों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि हमें कभी भी अपने आप को कम नहीं आंकना चाहिए भले ही हम ग्रामीण परिवेश से ही क्यों न आते हो, उन्होंने इस तरह के आयोजन के लिए रसायन विज्ञान विभाग की भूरि भूरि प्रशंसा की एवं रसायन विज्ञान विभाग के गौरवशाली इतिहास के बारे में सभी विद्यार्थियों को अवगत कराया। शोध छात्र एकलाख ने नैक की उपलब्धियों को अपने गीत “देखो बढ़ गई अपनी शान बनी गोरखपुर की पहचान” के माध्यम से बहुत ही शानदार ढंग से प्रस्तुत किया। सभी विद्यार्थियों ने एकलाख का उत्साहवर्धन तालियां बजाकर किया।
इसी क्रम में विज्ञान संकाय के अध्यक्ष एवं आईक्यूएसी निदेशक प्रो0 अजय सिंह ने माननीय कुलपति की दूर दृष्टि एवं कर्तव्यपरायणता की भूरि भूरि प्रशंसा की। उन्होंने बताया कि, किस प्रकार ए++ ग्रेड हेतु माननीय कुलपति जी के अथक प्रयास की प्रसंसा एवं उत्साहवर्धन महामहीम राज्यपाल जी ने की एवं उचित मार्गदर्शन दिया। प्रो सिंह ने विश्वविद्यालय की विभिन्न आगामी कार्य योजनाओं की चर्चा की, जिसे विश्वविद्यालय कुछ ही दिनों में क्रियान्वित करने जा रहा है। उन्होंने बताया की ग्रैड ए++ प्राप्त होने से विश्वविद्यालय की जिम्मेदारियां बहुत बढ़ गई है, अब हम सबके सामने सबसे कठिन लक्ष्य इस प्रतिष्ठा को बनाए रखना है। अच्छा ग्रेड मिलने के बाद विभिन्न फंडिंग एजेंसियों एवं विभिन्न स्रोतों से धन उपार्जन के साधन के बारे में उन्होंने विस्तृत चर्चा की एवं बताया कि अब हम सभी को साथ मिलकर उस दिशा में कार्य करना है। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि, विज्ञान संकाय के पूर्व अधिष्ठाता एवं पूर्व विभागाध्यक्ष प्रोफेसर एम एल श्रीवास्तव ने विश्वविद्यालय के एवं रसायन विज्ञान विभाग के गौरवशाली इतिहास को याद करते हुए प्रोफेसर आर पी रस्तोगी एवं प्रोफेसर आर सी मेहरोत्रा के प्रयास की चर्चा की, प्रो श्रीवास्तव ने शिक्षण और शोध के लिए सभी को साथ मिलकर कदम बढ़ाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने, विशेष रूप से माननीय कुलपति जी के नैक के कुशल मार्गदर्शन एवं उनकी मेहनत की भूरि भूरि प्रशंसा की एवं बताया कि विश्वविद्यालय में नए पाठ्यक्रम के संचालित होने से कैसे अच्छी ग्रेड प्राप्त होने में मदद मिली है एवं विश्वविद्यालय आर्थिक रूप से संपन्न हुआ है। उन्होंने सभी का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि हमें कभी आलोचनाओं से घबराने की आवश्यकता नहीं। प्रो श्रीवास्तव ने बताया कि उत्तम किस्म के लोग कार्य को शुरू करते हैं और उसे बीच में नहीं छोड़ते है कार्य को पूरा करके ही छोड़ते है। धन्यवाद ज्ञापन प्रो0 यू एन त्रिपाठी ने किया उन्होंने विशेष रूप से माननीय कुलपति जी द्वारा नैक के उत्सव मनाने के लिए धन्यवाद दिया एवं सभी सम्मानित अतिविशिष्ट पुरातन छात्रों/शिक्षकों के प्रति भी आभार प्रकट किया। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान से हुआ।
इस समारोह में विशेष रूप से विभाग के पूर्व शिक्षक गण प्रोफेसर आर एस सिंह, प्रोफेसर आई दास, प्रोफेसर निज़ामुद्दीन, प्रोफेसर एस एस यादव, प्रोफेसर के डी एस यादव, प्रोफेसर ओ पी पांडे, प्रोफेसर हरी जी सिंह, प्रोफेसर बी पी बरनवाल की गरिमामायी उपस्थिति रही। निश्चित तौर पर कार्यक्रम में उत्साहित छात्र छात्राओं की भूमिका कार्यक्रम को चार चाँद लगा रही थी। एम एस सी द्वितीय सिमेस्टर, एम एस सी चतुर्थ सिमेस्टर एवं शोध छात्र छात्राओ की उत्साहवर्धक उपस्थिति रही एवं गोरखपुर विश्वविद्यालय के गौरव को बढ़ाने का हर संभव संकल्प लिया। उक्त जानकारी विभागाध्यक्ष प्रो सुधा यादव ने दी।