सफलता के लिए लक्ष्य निर्धारण जरूरी : प्रो. अजय कुमार शुक्ला
गोरखपुर। सफलता के लिए लक्ष्य का निर्धारण होना जरूरी होता है इसके लिए सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाना चाहिए। सकारात्मक दृष्टिकोण सकारात्मक विचारों को उत्पन्न करने में मदद करता है। हम जैसा सोचते हैं वैसे ही बनते हैं, इसीलिए जिंदगी में सफलता पाने के लिए सकारात्मक विचारों का होना बहुत जरूरी है। अपने जीवन में सकारात्मकता लाकर व्यक्ति कोई भी खुशी और सफलता की किसी भी ऊंचाईयों तक पहुंच सकता है। सफलता के तीन मूलमंत्र हैं, सीखने की आदत, चुनौती का सामना करना और खुद का मूल्यांकन करना। उक्त बातें अंग्रेजी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर अजय कुमार शुक्ला ने सेमेस्टर 4 के विद्यार्थियों के द्वारा सेमेस्टर 2 के लिए आयोजित स्वागत कार्यक्रम में विद्यार्थियों को संबोधित करते कहीं।
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने बताया की छात्रों को अपने जीवन में ए, बी, सी, डी का विशेष ध्यान रखना चाहिए। ए- एटीट्यूड, बी- बिहेवियर, सी- कैरेक्टर, डी- डिसिप्लिन। अगर ये चारों उत्तम रहें तो सफलता निश्चित हैं।
इस कार्यक्रम में परास्नातक द्वितीय सेमेस्टर के विद्यार्थी सिद्धार्थ उपाध्याय द्वारा गीत एवं निधि शुक्ला द्वारा नृत्य की प्रस्तुति की गई। परास्नातक चतुर्थ सेमेस्टर के विद्यार्थी उमा महेश्वर यादव एवं शिखा मिश्रा ने कार्यक्रम संचालन किया। इस मौक़े पर चतुर्थ सेमेस्टर के विद्यार्थियों के द्वारा एक प्रतीक चिन्ह भी दिया गया। परास्नातक चतुर्थ सेमेस्टर के नितेश सिंह, पियूष सिंह, सत्यम कुमार, अंबिका, अकांक्षा तिवारी, संगम चतुर्वेदी, सोनल यादव, किशन का कार्यक्रम आयोजन में विशेष योगदान रहा। इस कार्यक्रम के दौरान प्रोफेसर नंदिता सिंह हुमा सब्जपोश, प्रो. आलोक कुमार, प्रो. सुनीता मुर्मू, प्रो. गौर हरी बेहेरा, प्रो. शिखा सिंह, प्रो. अवनीश राय, डॉ. पंकज सिंह, डॉ.बृजेश कुमार, डॉ.संजीव विश्वकर्मा, डॉ. शाइका तंजील उपस्थित रहें।