गोरखपुर। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय गोरखपुर के वनस्पति विज्ञान शोध भवन में राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के अवसर पर ग्लोबल साईंस फॉर वेल बीइंग विषय पर आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता विज्ञान संकाय अध्यक्ष प्रोफेसर अजय सिंह ने की इस राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के मुख्य अतिथि एवं सलाहकार प्रोफेसर ईश्वर दास तथा वनस्पति विज्ञान विभाग के अध्यक्ष एवं सर सी वी रमन इनोवेशन लैब के कोऑर्डिनेटर प्रोफेसर वी यन पांडे ने दीप प्रज्वलन एवं सरस्वती वंदना के बाद सभी उपस्थित अतिथियों छात्र-छात्राओं कर्मचारियों एवं शिक्षकों का विभाग की तरफ से स्वागत किया। विभाग के सभी शिक्षकों ने अपने उद्बोधन से छात्रों के सामने विज्ञान की चुनौतियों को प्रबलता से रखा और कहा कि आज पूरे विश्व में अनेक प्रकार की चुनौतियां हैं, जिसमें जलवायु परिवर्तन पोषण एवं वैश्विक विज्ञान के द्वारा सभी का स्वस्थ जीवन जैसी समस्याएं मानवता के सामने सामने मुंह बाय खड़ी है।
राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के मुख्य अतिथि प्रोफेसर ईश्वरदास ने सर सी वी रमन के कार्यों एवं उपलब्धियों पर प्रकाश डाला और कहा कि छोटे-छोटे उपलब्धियां ही मिलकर बड़े कार्य के लिए सिद्धि प्रदान करती हैं। प्रोफेसर अजय सिंह ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहां की हमें अपने उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए सर सी वी रमन के बताए रास्ते पर चलना होगा तभी इस वर्ष की थीम ग्लोबल साइंसेज फार वेल बीइंग की पूर्ति होगी विभागाध्यक्ष वनस्पति विज्ञान एवं कोऑर्डिनेटर एस आर आई एल श्रील ने कहा कि इस वर्ष की थीम विश्व विज्ञान एवं स्वास्थ्य के लिए बहुत ही समसामयिक है। जिसका उपयोग एवं चिरस्थाई संरक्षण वैश्विक स्तर पर होना चाहिए इस कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश सरकार लखनऊ द्वारा जी आई टैग प्राप्त गोरखपुर के पनियाला पौधे पर उत्कृष्ट शोध कार्य करने हेतु डॉक्टर निहारिका दुबे को वनस्पति विज्ञान विभाग एवं सर सी वी रमन इनोवेशन लैब के संयुक्त तत्वावधान में सम्मानित किया गया विश्वविद्यालय के छात्र प्रद्युमन मायाराम श्रुति दुबे श्वेता तिवारी एवं वर्षा गुप्ता को उनके इनोवेशन के उत्कृष्ट कार्य हेतु पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम के आयोजक सचिव डॉ राकेश पांडे ने कहा कि अपने कार्यों को इनोवेटिव तरीके से पूर्ण करें। कार्यक्रम का संचालन डॉ दीपा श्रीवास्तव ने किया इस अवसर पर विश्वविद्यालय के शिक्षक डॉ अभय कुमार, डॉ रामवंत गुप्ता, डॉ राजवीर सिंह चौहान, डॉक्टर कुमारी सुनीता, डॉक्टर तूलिका मिश्रा एवं कर्मचारी गण उपस्थित रहे वरिष्ठ प्रोफेसर अनिल कुमार द्विवेदी द्वारा सभी के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया गया