कुरआन की बातें (भाग 31)
(सर्वप्रथम) अभिशापित शैतान से बचने हेतु मैं ईश्वर की शरण लेता हूं। हिन्दी व्याख्या:- सूर: ग़ाशिय: (भाग 1), एक बार फिर क़ियामत के दिन का दो दृश्य इस सूर: में दृष्टिगोचर किया गया है। अंततः लोग दो समूहों में विभक्त होंगे। परिणाम के अनुरूप लोगों के चेहरे कैसे होंगे तथा उनका स्वागत किस प्रकार किया […]
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