कुरआन की बातें (भाग 15)
(सर्वप्रथम) अभिशापित शैतान से बचने हेतु मैं ईश्वर की शरण लेता हूं। हिन्दी व्याख्या: सूर: क़ारिअ़:, यह सूर: क़ियामत के संबंध में चेतावनी देने के लिए है। उसका आना अचानक होगा और फिर वह किसी को कुछ करने का अवसर नहीं देगी। अतः उसके आने से पहले उसकी तैयारी कर लो। क़ियामत आने के उपरांत […]
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