गोरखपुर विश्वविद्यालयः हिंदी एवं पत्रकारिता तथा संस्कृत विभाग के साहित्य संवाद श्रृंखला की दूसरी कड़ी में ‘महाप्राण निराला: मूल्य और महत्व’ विषय पर कार्यक्रम का हुआ आयोजन
गोरखपुर। ‘निराला का साहित्य भारतीय चिंतन परंपरा का जीवंत स्वरूप उपस्थित करता है। उनकी हर कविता मनुष्य जीवन के प्रत्येक रूप को दर्शाती है यही वजह है कि निराला की कविताएं आज भी नए संदर्भ तलाश करती हैं।’ यह वक्तव्य बुंदेलखंड विश्वविद्यालय झांसी के हिंदी विभाग के अध्यक्ष एवं कला संकाय के अधिष्ठाता प्रोफ़ेसर मुन्ना […]
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